सऊदी का रक्षा करेगा अब Indian Navy सुनकर पाकिस्तानी मीडिया को लगा मिर्ची

नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने हाल ही में सऊदी अरब के रक्षा में योगदान करने के लिए तैयारी जताई है, जिससे पाकिस्तानी मीडिया में उथल-पुथल मच गई है। इस नवीन चरण में भारतीय सरकार ने सऊदी अरब के नियंत्रकीय जलसेना को प्रशिक्षण और रक्षा संबंधित सहायता प्रदान करने का एलान किया है। इसका उद्देश्य सऊदी अरब के सुरक्षा और स्थायित्व को बढ़ावा देना है।

भारतीय नौसेना की यह पहल आपसी साथीत्व और क्षमता विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस नए सहयोग के माध्यम से भारत ने अपने रक्षा और रक्षा उद्योग की विशेषज्ञता को विश्व में प्रदर्शित किया है।

पाकिस्तानी मीडिया में इस नवीन घटना को लेकर अनेक असंतोष जाहिर किए गए हैं। उनका मानना है कि भारत की यह कदम सऊदी अरब के प्रति एक और दोषारोपण है और इससे पाकिस्तान के राजनैतिक और सुरक्षा हितों को ध्वस्त किया जा रहा है।

इसके विपरीत, भारतीय सरकार ने इसे एक मैत्रीय सहयोग के रूप में देखा है, जो दोनों देशों के बीच सुरक्षा और स्थायित्व को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। इस साथीत्व के माध्यम से भारत सौदी अरब के साथ अपने रक्षा और रक्षा उद्योग की साझेदारी में भी आगे बढ़ सकता है।

भारत और सऊदी अरब के बीच रक्षा सहयोग के बढ़ते स्तर के साथ, पाकिस्तानी मीडिया ने भारत के इस कदम को गंभीरता से लेना शुरू किया है। यह इस देश के गुरुत्वाकर्षण और रक्षा रणनीति में एक नई क्रांति को दर्शाता है।

इससे पहले भी भारत ने अपने नौसेना के माध्यम से अन्य देशों के साथ रक्षा सहयोग की प्रणाली को बढ़ावा दिया है। इसमें माल्दीव, मॉरीशस, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और शहरी द्वीपसमूह शामिल हैं। इसके अलावा, भारत ने पिछले वर्ष अक्टूबर में फ्रांस के साथ रक्षा सहयोग की घोषणा की थी

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