Hamas Hostage Release और Ceasefire को Iran ने बताया Israel की सबसे बड़ी हार


इसराइल और हमास के बीच हुई जंग बंदी के बाद दुनिया में अब शांति आएगी यह जंग पश्चिमी देशों के गले की फांस बन चुकी थी यही कारण है कि अमेरिका ब्रिटेन और फ्रांस जैसे मुल्कों ने इस जंग को रुकवाने में एड़ी चोटी का जोर लगा दिया लेकिन एक तरफ वेस्टर्न कंट्रीज इसे राहत के तौर पर देख रहे हैं तो दूसरी ओर इस्लामिक मुल्क इस जंग बंदी को हमास की जीत बता रहे हैं ईरान की प्रमुख फोर्स इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड कॉप्स यानी पास दराने इस्लाम ने इस सीज फायर को हमास की जीत बताया आईआर जीसी के कमांडर इस्माइल कानी ने इस मामले में बयान भी जारी किया है उन्होंने कहा कि यह युद्धविराम इसराइल की सबसे बड़ी हार है इसके अलावा इजराइल ने जो फिलिस्तीनी कैदी अपनी जेलों से रिहा किए हैं उसे भी एक हार के तौर पर ईरान देख रहा है इस्माइल कानी ने कहा कि इसराइल अपने किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने में विफल रहा इस्माइल कानी ने इसराइल को बच्चों का हत्यारा कहते हुए कड़े शब्दों में कहा जायनी शासन के खून बाल हत्यारे कसाई फिलिस्तीन लेबनान और क्षेत्र के उत्पीड़ित लोगों के खिलाफ 15 महीने तक किए गए बेलगाम अपराधों के बाद आज युद्ध विराम स्वीकार करने के लिए मजबूर हो गए हैं यह युद्ध विराम जायनी शासन पर थोपा गया था यह युद्धविराम बिल्कुल वैसा ही है जैसे पहले बातचीत के दौरान थी लेकिन इसराइल ने इसे स्वीकार नहीं किया और इससे कुछ भी उन्हें हासिल नहीं हुआ लेकिन इस बार की बातचीत में उन्हें इसे स्वीकार करने के लिए मजबूर होना पड़ा इस्माइल कानी ने इसराइल से उनकी जेलों से रिहा हुए फिलिस्तीन यो को लेकर भी इजराइल पर निशाना साधा है और उन्होंने इसे इजराइल की एक बड़ी हार भी बताया है आपको बता दें कि इसराइल और हमास के इस युद्धविराम समझौते के तहत यह तय हुआ है कि इसराइल अपने एक बंधक के बदले अपनी जेलों में बंद 30 फिलिस्तीनिज्म सालों से रह रहे 90 लोगों को आजाद कर दिया इसके बाद तमाम तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसमें सफेद बसों में वे कैदी मौजूद थे और वे जैसे ही गज में दाखिल हुए वैसे ही जोरदार जश्न हुआ हजारों फिलिस्तीनी उनका इस्तकबाल करने के लिए सड़कों पर उतरे आतिशबाजी हुई और इसे एक जीत के जश्न के तौर पर मनाया गज लगभग एक जीवित कब्रिस्तान में तब्दील हो चुका है लोगों के घर जमींदोज हो चुके हैं लेकिन उनकी खुशी की कोई सीमा नहीं है लोग जश्नमना रहे हैं वह अपने घरों और गलियों से मलबा हटा रहे हैं और यही वो वक्त है जिसका लोग बेसब्र से इंतजार कर रहे थे 15 महीनों से गजा के लोग इसी वक्त का इंतजार कर रहे थे कि युद्ध विराम किसी ना किसी तरह से हो जाए आपको बता दें कि ऐसी तमाम कहानियां गज के लोगों की है जो इस जंग से पीड़ित है लेकिन बावजूद उसके वो अब खुशी मना रहे हैं और कम से कम ये उम्मीद कर रहे हैं कि शायद अब ये जंग नहीं होगी आपको बता दें कि अब इस जंग बंदी के अगले दौर में लगातार जो है वो कैदियों को और बंधकों को रिहा करने का दौर जो है वो चलता रहेगा

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